किताबी ज्ञान से ज्यादा महत्वपूर्ण है प्रायोगिक ज्ञान- सीडीओ

किताबी ज्ञान से ज्यादा महत्वपूर्ण है प्रायोगिक ज्ञान- सीडीओ
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: जिला विज्ञान क्लब द्वारा किया गया आयोजन
चित्रकूट: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश लखनऊ के निर्देशन में जिला विज्ञान क्लब द्वारा अशोक पब्लिक स्कूल खोह में स्कूली बच्चों हेतु तोड़ -फोड़ -जोड़ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक जाटव, मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी, जिला विद्यालय निरीक्षक बलिराज राम व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव रंजन मिश्र ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जिला विज्ञान क्लब के समन्वयक साकेत बिहारी शुक्ल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया एवं आयोजन के महत्व पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम में आयोजित प्रतियोगिता में चयनित छात्र-छात्राओं में जूनियर संवर्ग में श्री जी इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा नव्या केसरवानी प्रथम, केंद्रीय विद्यालय कर्वी का छात्र शिवल जैन द्वितीय, श्री जी इंटरनेशनल स्कूल का छात्र उज्ज्वल मिश्र तृतीय रहा। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्रा राधा एवम केंद्रीय विद्यालय के छात्र प्रसून तिवारी को सांत्वना पुरस्कार मिला। इसी प्रकार सीनियर वर्ग में केंद्रीय विद्यालय कर्वी के छात्र संकल्प को प्रथम, राजकीय हाई स्कूल अशोह की छात्रा अनामिका को    द्वितीय, ज्ञान भारती इंटर कालेज की छात्रा आकांक्षा गर्ग को तृतीय स्थान मिला। श्रीजी इंटरनेशनल स्कूल के छात्र अंकुश सचान व केंद्रीय विद्यालय के छात्र सर्वेश सिंह को सांत्वना पुरस्कार मिला। जिला पंचायत अध्यक्ष एवं मुख्य विकास अधिकारी ने इन सभी चयनित छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत कर सम्मानित किया। जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक जाटव ने कि आयोजन की सराहना करते हुए कहा ऐसे   कार्यक्रमों से बच्चे स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बन सकेंगे तथा छात्रों का मनोबल भी बढ़ेगा। साथ ही विज्ञान के प्रति अभिरुचि उत्पन्न होगी। मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि जीवन में सांत्वना पुरस्कार प्राप्त करने का अर्थ अगली बार पहला, दूसरा या तीसरा स्थान प्राप्त करना है। विज्ञान सभी को समानता का अवसर देता है। कहा कि प्रायोगिक ज्ञान को अपने जीवन में चरितार्थ करने की महती आवश्यकता है। किताबी ज्ञान से प्रायोगिक ज्ञान ज्यादा महत्वपूर्ण है। नई शिक्षा नीति में स्किल डेवलपमेंट में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। भारत की प्रतिभा विश्व के किसी भी देश से अधिक है, पहली बार में सफलता पाने से कुछ नहीं होगा असफलता के बाद ही सफलता का महत्व होता है। जिला विद्यालय निरीक्षक बलिराज राम ने कहा कि सफलता और असफलता में मात्रा ‘अ’ का अंतर है, हमें हमेशा रचनात्मक कार्य करते रहना चाहिए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव रंजन मिश्र ने सभी चयनित छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि जो छात्र सफल नहीं हुए हैं उन्हें थॉमस एडीसन, आइंस्टीन ऐसे महान वैज्ञानिकों से सीखना चाहिए जो असफल होने पर भी हार नहीं माने। इस प्रकार के कार्यक्रमों को आगे निरंतर आयोजित करते रहने की शुभकामनाएं दी तथा समस्त प्रतिभागी छात्रों को सामान्य ज्ञान की पुस्तकें भेंट कर उनका उत्साहवर्धन किया। अशोक पब्लिक स्कूल के प्रबंधक वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक गुप्ता जी ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी नगर क्षेत्र रमेश चंद पटेल, राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज मानिकपुर के प्रवक्ता अनिल कुमार, आईटीआई मानिकपुर के अनुदेशक आशीष शुक्ला, आईटीआई शिवरामपुर के अनुदेशक धीरेंद्र त्रिपाठी, अशोक पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य काशी प्रसाद शुक्ल, शिक्षक प्रदीप नारायण शुक्ल, नरेंद्र मिश्र, विनोद कुमार, आराधना सिंह, नेहा द्विवेदी, अनुज श्रीवास्तव, संतोष कुमार, शहनाज बानो व कुंवर सिंह आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री नारायण तिवारी ने किया।

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