धान क्रय केन्द्रों में बारिश के बीच रात-दिन किसान कर रहे ट्रालियों की रखवाली

Spread the love

 

धान क्रय केन्द्रों में बारिश के बीच रात-दिन किसान कर रहे ट्रालियों की रखवाल

चित्रकूट: जिला मुख्यालय स्थित गल्ला मंडी में खुले दो धान केंद्रों में लगभग 20 ट्राली धान लदा खड़ा है और किसान उसके बिकने के इंतजार में है। चार दिन से हो रही बारिश से धान को बचाने के ट्रालियों में पन्नी की तिरपाल लगाए हुए किसान रात-दिन उनकी रखवाली कर रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी बारिश का बहाना लेकर उन पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। इस पर बुंदेली सेना ने जिलाधिकारी से मांग की है कि जल्द से जल्द किसानों का धान खरीदा जाए।

     बुन्देली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि रविवार को मंडी की गोदामों से कोटे के खाद्यान्न का उठान हुआ, लेकिन धान खरीद के लिए बारिश का बहाना है। गल्ला मंडी में बड़े-बड़े शेड हैं, उनमें खरीद की जा सकती है, लेकिन अधिकारी बेपरवाह हैं। मौके पर बालापुर के किसान कुलदीप सिंह ने बताया कि वह बीती तीन जनवरी से दो ट्राली धान लेकर पड़े हैं, लेकिन खरीद नहीं हो रही। रामपुर तरौंहा के किसान मनोज तो बीती 28 दिसम्बर से दो ट्राली धान के बिकने की राह तके हैं। बसावनपुर के रामजी उपाध्याय बीती चार जनवरी को दो ट्राली धान मंडी में बेचने आए थे, लेकिन रविवार तक इंतजार की म्याद समाप्त नहीं हुई। इसी तरह सपहा समेंत कई अन्य गांवों के किसान धान बेंचने के लिए लाइन लगाए हैं। गल्ला मंडी में दो धान केंद्रों में लगभग 20 ट्राली धान लदा खड़ा है। बारिश में किसान रात-दिन ट्रैक्टरों की रखवाली करने पर विवश हैं। मौके पर मौजूद विपणन निरीक्षक कर्वी राम छबीले ने बताया कि शेड में धान खरीदने की परमीशन नहीं है। बारिश के चलते बीती छह जनवरी से धान खरीद बंद है, 10 हजार मीट्रिक टन अब तक खरीद हो चुकी है और 50 हजार मीट्रिक टन लक्ष्य निर्धारित है। किसानों की समस्या पर उन्होंने सोमवार को अधिकारियों से बात करके सामने खड़ी ट्रालियों की खरीद करने का आश्वासन दिया। बताया कि धान खरीद केंद्र कम खुले हैं, ऐसे में दिक्कतें आ रही हैं। इस पर बुन्देली सेना ने जिलाधिकारी से मांग की है कि जिले में खुले 13 धान खरीद केंद्रो की संख्या बढ़ाई जाए और जिले के जिन भी धान क्रय केंद्रो में किसान ट्रैक्टर ट्रालियां लिए खड़े हैं, उनकी जल्द से जल्द खरीद कराई जाए। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!