चित्रकूट। महात्मा गाँधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के अभियांन्त्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय के बी.टेक.(सिविल) पाठ्यक्रम में अध्ययनरत फाइनल एवं प्री फाइनल के छात्रों का दल अपने शिक्षकों के निर्देशन में बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे के निर्माण के तकनीकी अध्ययन हेतु भ्रमण पर गया।
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे की निर्माण एजेन्सी मेसर्स एपको, जिन्हें सर्वाधिक दो चरणों का कार्य आवंटित किया गया है, के विषय विशेषज्ञों के निर्देशन में विद्यार्थियों का सिविल इंजीनियरिंग से जुड़ी बारीकियॉ बतायी गयीं। विद्यार्थी रेल ओवर ब्रिज के निर्माण के पहलुओं से अवगत हुये तथा उन्होंने गुणवत्ता प्रयोगशाला का अवलोकन किया। एक्सप्रेस वे के निर्माण में प्रयुक्त होने वाली सामग्री के गुणवत्ता नियंत्रण के लिए विभिन्न प्रकार के परीक्षण किये जाते हैं। इसका प्रदर्शन अभियंताओं द्वारा किया गया तथा उपकरणों के संचालन की बारीकियॉ भी समझायी गयी। छात्रों ने विभिन्न प्रकार के परीक्षण को बड़े ही रूचिपूर्वक तरीके से अवलोकन किया। छात्रों ने हॉट मिक्स प्लांन्ट के संचालन को देखा तथा सभी सड़क निर्माण के लिए सामग्री तैयार करने के कौशल से अवगत हुये। इस भ्रमण का आयोजन संकाय द्वारा शिक्षण संस्थानों एवं उद्योगों के मध्य अन्तर्सम्बन्ध को बढ़ावा देने के उद्देश्य से छात्रों के प्रायोगिक ज्ञानवर्धन के लिए किया गया। मेसर्स एपको की तरफ से प्रशासनिक सहयोग गोविन्दराम सरावत प्रोजेक्ट मैनेजर तथा एम.एस.चौधरी टीम लीडर एवं मनीष सिंह, अभियंता द्वारा किया गया। भ्रमण का नेतृत्व अधिष्ठाता डॉ.आंजनेय पाण्डेय, इं. वीरेन्द्र गुप्ता तथा इं.रविकांत श्रीवास्तव द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।