चित्रकूट : कमासिन के किटहाई ग्राम निवासी किसान शिव प्रताप मिश्रा की पुत्री गरिमा मिश्रा ने प्रथम प्रयास में ही नेट जेआरएफ की परीक्षा में सफलता पाई है।
गरिमा ने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कमासिन से हाईस्कूल में 79 फीसदी अंकों तथा कैलाशपति इंटर कॉलेज, बेर्रांव से इंटरमीडिएट की शिक्षा 82 फीसदी अंकों से पास की। जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय से स्नातक की परीक्षा में स्वर्ण पदक भी जीता। वर्तमान में गरिमा दिव्यांग विवि में ही संस्कृत में परास्नातक द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत हैं। उल्लेखनीय है कि गरिमा को असिस्टेंट प्रोफेसर व जेआरएफ की दक्षता परीक्षा में प्रथम प्रयास में ही सफलता मिली है। ऑल इंडिया लेवल पर होने वाली इस परीक्षा में संस्कृत विषय में जनरल दिव्यांग कोटे से सिर्फ एक सीट थी, जिसे गरिमा मिश्रा ने हासिल कर सभी का मान बढ़ाया है। गरिमा भविष्य में आईएएस अधिकारी बनना चाहती हैं। गरिमा को उनकी इस सफलता पर विवि के कुलाधिपति जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य, कुलपति प्रो. योगेश चंद्र दुबे, कुलसचिव आरपी मिश्रा, डीन डा. विनोद कुमार मिश्रा, डा. गोपाल मिश्रा, डा. महेंद्र कुमार उपाध्याय व एसपी मिश्रा, मां संगीता मिश्रा, बहन नेहा, आस्था व भाई अथर्व मिश्रा ने खुशी जताई है। उसने इस सफलता का श्रेय शिक्षकों में डॉ. प्रमिला मिश्रा, डा. अंबरीष राय, जितेंद्र सिंह, गुड़िया सिंह व प्रभा पांडेय आदि को दिया।