– मतदान कर्मियों के प्रशिक्षण का दूसरा दिन
चित्रकूट। जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने मतदान कर्मियों को प्रशिक्षण के दूसरे दिन पहली पाली में कहा कि अच्छी तरह से प्रशिक्षण ले लें। पीठासीन की डायरी का अध्ययन कर सीख लें। मशीन की हैंडलिंग का ज्ञान बहुत जरुरी है। अभी दूसरा प्रशिक्षण भी दिया जायेगा, ताकि बूथ के दिन किसी प्रकार की समस्या न हो।
बुधवार को अशोक पब्लिक स्कूल खोह में प्रशिक्षण स्थल पहुंचकर जिलाधिकारी ने कहा कि आत्मविश्वास होना जरूरी है। पोलिंग पार्टिंयां जिस बूथ पर तैनात होंगी, उसकी मतदाता सूची दी जायेगी। अच्छे से मिलानकर लें, ताकि बूथ पर कोई समस्या न हो। मतदाता रजिस्टर में जो मतदाता मतदान में आयेगा, उसके हस्ताक्षर अवश्य अंकित रहें। सही ढंग से मतदाता रजिस्टर 17क भरा रहे, इसका विशेष ध्यान दें। 17ग जिसमें भरा जायेगा, उसमें कितने वोट रिकार्ड हुए, मतदान के अन्त में ईवीएम मशीन का बटन दबाकर देखा जाता है, तब क्लोज बटन दबाया जाये। पीठासीन अधिकारी की बूथ पर पूरी जिम्मेदारी होती है।
उन्होंने कहा कि पीठासीन अधिकारी तय करेगा कि कौन कर्मचारी क्या करेगा। वोट डालते समय कोई फोटो न खींचे। कोई भी कैमरा बूथ के अन्दर नहीं जाना चाहिए। अमिट स्याही बायें हाथ की तर्जनी पर लगाई जाये। निर्वाचन शान्तिपूर्ण सकुशल निष्पक्ष कराना है, घबराने की कोई जरूरत नहीं है। 2017 तथा 2019 के चुनाव में जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी, उसमें पोस्टल-बैलेट से बहुत कम लोगों ने वोट डाले थे। इस चुनाव में जिला विकास अधिकारी से सम्पर्क कर पोस्टल-बैलेट से शत-प्रतिशत मतदान अवश्य करें। उन्होंने कहा कि पोलिंग पार्टियां जिस दिन रवाना होंगी, तब वाहनों आदि की सभी व्यवस्थाएं कराई जाएंगी। निर्वाचन को शांतिपूर्ण सकुशल निष्पक्ष कराना है। घबराने की जरूरत नहीं है। यहीं पर वैक्सीन लगाने की व्यवस्था की गई है अवश्य लगवाएं। इस दौरान डीएम और सीडीओ ने मतदान कार्मिकों से प्रश्न भी किए, जिनके उन्होंने सही जवाब दिए। मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी ने कहा कि प्रशिक्षण की गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिसमें महत्वपूर्ण जानकारी विभिन्न बिंदुओं पर दी गई है। इस मौके पर खण्ड विकास अधिकारी कर्वी जयदेव सिंह, डीडीओ आरके त्रिपाठी, परियोजना निदेशक ऋषिमुनि उपाध्याय, डीपीआरओ तुलसीराम, बीएसए राजीव रंजन मिश्र व मतदान प्रशिक्षण कर्मी मौजूद रहे।