106 प्रतिशत उपलब्धि के साथ पूरे प्रदेश में चित्रकूट रहा अव्वल

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–  रंग लाई मेहनत मातृ वंदना योजना में मिली सफलता

– 28983 महिलाएं हुईं योजना से लाभान्वित

चित्रकूट। मातृ वंदना योजना में लक्ष्य के सापेक्ष 106 फीसद उपलब्धि के साथ जिले का प्रदेश में पहला स्थान है। इस योजना के तहत प्रथम बार गर्भवती हुयी महिलाओं को पांच हज़ार की धनराशि दी जाती है। मातृ वंदना योजना की धनराशि से गर्भवती/ धात्री महिलाओं को पौष्टिक आहार सेवन में मदद मिल रही है। इस धनराशि से मध्यमवर्गीय परिवार की काफी सहायता हो जाती है। यह मानना है इस योजना की लाभार्थियों का।
जिला मुख्यालय के बलदाऊगंज कर्वी में अंडे का ठेला लगाकर परिवार का भरण पोषण करने वाले सज्जन रैकवार का कहना है कि उनकी पत्नी मालती ने 22 नवंबर 2021 को बच्ची को जन्म दिया था। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत पत्नी को दो किश्तों में 3000 रुपए मिले है। यह रकम बहुत बड़ी नहीं है लेकिन मौके पर इससे परिवार को इससे काफी मदद हो जाती है। योजना की तारीफ करते हुए कहा कि जिस परिवार में महिला पहली बार गर्भवती हो रही है, उन्हें इस योजना का लाभ उठाना चाहिए।
शहर के शंकर बाजार निवासी राधा देवी पांडे ने 26 मार्च 21 को बच्चे को जन्म दिया था, उन्हें भी योजना का लाभ मिला है। राधा के पति मनीष जॉब पाने के लिए तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि बेरोजगारी के दौर में पत्नी राधा को इस योजना में जो मदद मिली है, इसकी वजह से उन्हें उनके पौष्टिक आहार के लिए जेब से रुपए नहीं देने पड़े, अन्यथा की स्थिति में यह खर्च भी उन्हें उठाना पड़ता। योजना अच्छी है, पात्र लोगों को इसका लाभ लेना चाहिए।
शहर के जानकीपुरी निवासी अनीता प्रजापति को एक नंबर 2021 को बच्चा हुआ है। उन्होंने बताया कि योजना से मिली धनराशि का उपयोग उन्होंने खानपान में किया है। उनका कहना है कि जो भी बहनें पहली बार गर्भवती हो रही हैं, उन्हें इस योजना के लाभ के लिए आगे आना चाहिए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भूपेश द्विवेदी ने बताया कि मातृ वंदना योजना के तहत पहली बार गर्भवती हुई महिलाओं को तीन किश्तों में पांच हजार रूपए की मदद दी जा रही है| प्रयास है कि अधिक से अधिक पात्र महिलाओं को योजना से लाभ दिलाया जा सके। लक्ष्य के सापेक्ष 106 फीसद उपलब्धि के साथ जिले का प्रदेश मेंपहला स्थान है।
जिला समन्वयक रोहित सिंह ने बताया कि मातृ वंदना योजना के तहत पहली किश्त में एक हजार, दूसरी और तीसरी क़िस्त में 2000-2000 रूपए सहित कुल पांच हजार रूपए लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे भेजे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 28983 महिलाओं को योजना का लाभ मिल चुका है। योजना के प्रारम्भ से फरवरी 2022 तक 27252 का लक्ष्य दिया गया था। इसके सापेक्ष 106 फीसद उपलब्धि मिल चुकी है।

 

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