– बिहारा में चल रही श्रीराम कथा का चौथा दिन
अमृत विचार चित्रकूट: कथावाचक नवलेश दीक्षित ने कहा कि धर्मनगरी में प्रभु श्रीराम ने अपने उत्कृष्ट आचरण से मानवता और मर्यादा का संदेश दिया। कथावाचक ने कहा कि सत्य से विचलित मानवता को युग-युगांतर तक श्रीरामचरित मानस ग्रंथ सही मार्ग दिखाता रहेगा।
ग्राम पंचायत बिहारा के पेरा तीर हनुमान मंदिर परिसर में चल रही नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा के चौथे दिन राम जन्मोत्सव मनाया गया। श्रद्धालु भगवान श्रीराम सहित चारों भाइयों की जन्मकथा सुन झूम उठे। आचार्य नवलेश दीक्षित ने कहा कि तीन कल्प में भगवान विष्णु ने अवतार लिया और चौथे कल्प में साक्षात् माता कौशल्या के गर्भ से अवतरित हुए। श्रीराम जन्म प्रसंग से पूर्व कथावाचक ने सती प्रसंग की विस्तार से व्याख्या की। कहा कि जहां मान न हो, वहां बिन बुलाए जाना भी नहीं चाहिए। संगीतमय श्रीराम कथा सुनने के लिए हर शाम बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो रही है। इस दौरान कथा के मुख्य यजमान रमेश शुक्ला, उनकी पत्नी हीरामणि शुक्ला, आयोजक भोले राम शुक्ला एवं ग्रामवासी मौजूद रहे।