राष्ट्र धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं- अचार्य नवलेश

राष्ट्र धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं- अचार्य नवलेश
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– रामकथा कथा का दूसरा दिन

चित्रकूट : ग्राम पंचायत बिहारा केे पेरा तीर हनुमान मंदिर परिसर में चल रही रामकथा के दूसरे दिन रविवार को कथा वाचक आचार्य नवलेश दीक्षित महाराज ने कहा कि मनुष्य को कभी अहंकार नही करना चाहिए, बल्कि अहंकार का त्याग करना चाहिए। हमें सिर्फ भारतीय होने का अहंकार करना चाहिए तथा अपने राष्ट्र के लिए अपने प्राणों का बलिदान करने के लिए तत्पर रहना चाहिए।

उन्होंने कहा कि राष्ट्र धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं है और भ्रूण हत्या से बड़ा कोई पाप नहीं है। जहर का घूंट पीने वाली मीरा बाई और वीरांगना लक्ष्मीबाई ने नारी शक्ति का मान-सम्मान बढ़ाया है। जिनके घर बेटियां जन्म लेती है, उनके मां-बाप किसी राजा से कम नहीं होते है। उन्होंने कहा कि बेटियों को भी अपने पिता, भाई, पति आदि के सम्मान की चिंता करनी चाहिए। कथा सुनने के लिए आसपास के खोही, बरगदहा आदि गांवों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्रीराम कथा श्रवण करने पहुंच रहे हैं। इस कथा के आयोजक भोले राम शुक्ला और कथा के यजमान रमेश शुक्ला अपनी धर्म पत्नी के साथ श्री राम कथा का रसपान कर रहे।

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